बाल संप्रेषण गृह से फरार होकर नाना के घर आराम से रह रहा था बाल अपचारी, तभी पहुंच गई पुलिस
मनोज तिवारी
Gwalior news: छात्रा की हत्या के आरोप में बाल संप्रेषण गृह भेजा गया बाल अपचारी अपने साथियों के साथ बाल संप्रेषण गृह से फरार हो गया था और उत्तर प्रदेश में अपने नाना के घर आराम से मजे कर रहा था, लेकिन बाल अपचारी की ये मौज-मस्ती उस वक्त खत्म हो गई, जब ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने बाल अपचारी के नाना के घर दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया. हाई प्रोफाइल हत्याकांड के आरोपी इस बाल अपचारी को पुलिस अब ग्वालियर ले आई है. 25 जनवरी को थाटीपुर स्थित बाल संप्रेषण गृह से कुल 6 बाल अपचारी फरार हो गए थे. इनमें से एक बाल अपचारी को उसके परिजनों ने समझाईश दी, जिसके बाद वह वापस बाल संप्रेषण गृह पहुंच गया था. फरार हुए दूसरे बाल अपचारी को पुलिस ने इंदौर से गिरफ्तार किया था. वह बाल अपचारी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ इंदौर में जाकर छुप गया था. पुलिस का मुख्य टारगेट अक्षया यादव हत्याकांड के तीन बाल अपचारी थे, जिनकी तलाश पुलिस सरगर्मी से कर रही थी. बीते रोज पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि अक्षया यादव हत्याकांड का एक आरोपी उत्तर प्रदेश में स्थित मदनपुरा पचोखरा गांव में अपने नाना के घर मजे से रह रहा है. यह जानकारी मिलते ही ग्वालियर क्राइम ब्रांच की एक टीम मदनपुरा पचोखरा गांव पहुंच गई. टीम ने सूझबूझ तरीके से बाल अपचारी के नाना के घर दबिश दी और बाल अपचारी को मौके से पकड़ लिया. इसके बाद पुलिस बाल अपचारी को ग्वालियर ले आई. अब पुलिस को अक्षया यादव हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे दो अन्य बाल अपचारियों की सरगर्मी से तलाश है. बीते साल 10 जुलाई को बेटी बचाओ चौराहे पर अक्षया यादव नाम की छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसी मामले में तीन बाल अपचारी बाल संप्रेषण गृह में कैद थे. अक्षया यादव मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी सुरेंद्र यादव की नातिन थी. मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से पुलिस के लिए इस हत्याकांड के फरार तीनों आरोपी परेशानी का कारण बने हुए थे, लेकिन पुलिस ने एक बाल अपचारी को गिरफ्तार करके राहत की सांस ली है और अन्य दो फरार बाल अपचारियों की तलाश में पुलिस जुट गई है.