सीएम 10 दिन में, मंत्रिमंडल 12 दिन में; अब विभागों को लेकर खींचतान जारी।
विपिन भारद्वाज
Bhopal news: मध्य प्रदेश में इस बार बीजेपी की सरकार ने जबर्दस्त वापसी की है, लेकिन शिवराज सिंह चौहान के स्थान पर डॉक्टर मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने के पहले और बाद में भाजपा यहां काफी कमजोर नजर आ रही है. इसकी मुख्य वजह यह है की प्रचंड बहुमत मिलने के बावजूद सीएम ढूंढने में बीजेपी को 10 दिन का समय लग गया. इसके बाद मंत्रिमंडल का विस्तार करने में बीजेपी को 12 दिन का समय लग गया और अब मंत्रिमंडल में विभाग बंटवारे को लेकर बीजेपी का कोई निर्णय नहीं हो सका है. इसी बात को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी को लेकर तंज कसना शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता और वर्तमान में मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने सोशल मीडिया के माध्यम से कांग्रेस पर तंज करते हुए कहा है कि सीएम के चयन का फैसला 10 दिन में, मंत्रिमंडल का फैसला 12 दिन में, अब विभागों के बंटवारे में देरी और खींचतान जारी है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम डॉक्टर मोहन यादव पर भी निशाना साधते हुए सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल कर लिया है कि क्या नए नवेले मुख्यमंत्री को कोई अधिकार नहीं दिया गया है, सारे फैसले दिल्ली दरबार से ही जारी हो रहे हैं? डबल इंजन की सरकार में दिल्ली का इंजन ही चलता दिखाई दे रहा है. उमंग सिंगार द्वारा किए गए तंज पर अभी बीजेपी का पलटवार सामने नहीं आया है. उमंग सिंगार ने लिखा है कि मध्य प्रदेश में सुस्ताशन का आरंभ हो गया है, लेट लतीफी से शासन व्यवस्था ठप्प पड़ी हुई है. उन्होंने लिखा है कि जो सरकार विभागों की खींचतान में लगी हो, वह जनता को कैसे संभालेगी? जनता परेशान है कि अपनी समस्याओं के समाधान के लिए किन मंत्रियों के पास जाए? हमेशा बढ़-चढ़कर बयान बाजी देने वाली बीजेपी उमंग सिंगार के इस तंज पर चुप्पी साधे बैठी हुई है. इस बात से जाहिर हो जाता है कि जब तक दिल्ली दरबार से कोई संकेत नहीं मिलेंगे तब तक प्रदेश का इंजन शुरू नहीं हो पाएगा.