कभी उन भ्रष्टाचारी पटवारियों को भी देख लो साहब, जो बिना पैसे लिए नहीं कर रहे हैं जनता का काम
News desk
पटवारी पिछले दिनों अपनी विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल कर चुके हैं, लेकिन उन पटवारियों का क्या किया जाए, जो आम जनता का काम बिना पैसे लिए नहीं करते हैं. उन पटवारी पर अधिकारियों द्वारा कार्रवाई क्यों नहीं की जाती है? क्यों कभी उन पटवारी को पकड़कर उनके खिलाफ कड़ा एक्शन नहीं लिया जाता है? आम आदमी अपने काम को करवाने की एवज में किसी रिश्वतखोर पटवारी के सामने घुटने टेक कर उसे रिश्वत देने के लिए मजबूर हो जाता है. कभी कभार कोई पढ़ा लिखा जागरूक आम व्यक्ति इसकी शिकायत लोकायुक्त या ईओडब्ल्यू में करके उस रिश्वतखोर पटवारी को पकड़वा भी देता है, लेकिन हर बार आम नागरिक ऐसा करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है. यही वजह है कि पटवारी खुलेआम भ्रष्टाचार कर रहे हैं और आम नागरिक इस भ्रष्टाचार का शिकार हो रहा है. ऐसा नहीं है कि हर एक पटवारी रिश्वतखोर है. कई पटवारी ऐसे हैं जो अपना काम पूरी ईमानदारी से कर रहे हैं, लेकिन कुछ पटवारी ऐसे है जो रिश्वतखोरी करने से नहीं चूक रहे हैं. आम जनता यह उम्मीद रखती है कि सरकार और प्रशासनिक अमला पूरी ईमानदारी से काम करेगा, लेकिन भ्रष्टाचारियों की हिम्मत इतनी हो गई है कि पटवारी अपने काम को करने के लिए भी सरकार से तनख्वाह तो लेते ही है, लेकिन आम नागरिक से रिश्वत लेने से भी बाज नहीं आते हैं. यही वजह है कि पटवारी मन चाहे हल्के को पाने की खातिर राजनीतिक संरक्षण लेने से भी पीछे नहीं हटते हैं. हालत यह हैं कि अगर पटवारी को किसी नामांतरण का अमल भी करना होता है, तो उसके एवज में भी वह रिश्वत मांग बैठता है. रिश्वतखोरी का आलम इतनी चरम पर पहुंच गया है की पटवारी अब हर एक काम को करने के बदले में पैसों की इच्छा रखने लगे. अब तक कई पटवारी लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू की टीम द्वारा रिश्वत लेते हुए पकड़े भी जा चुके हैं, लेकिन पटवारियों की रिश्वतखोरी के सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. एक आम जागरूक नागरिक ने कुछ रिश्वतखोर पटवारियों के बारे में साक्ष्य भी एकत्रित किए हैं. उस जागरूक नागरिक का कहना है कि जल्द ही इन रिश्वतखोर पटवारियों की कलई एक-एक करके खोली जाएगी और जनता के सामने उसे उजागर किया जाएगा, कि किस तरह पटवारी अपने दायित्वों को निभाने के लिए भी आम जनता से पैसा लेने का काम कर रहे हैं.