दिव्यांग का अचानक सही हो गया हाथ, पुलिस भी रह गई हैरान
मनोज तिवारी
आपने अक्सर ट्रैफिक सिग्नल पर उन भिखा रियों को देखा होगा, जो दिव्यांग हैं और अपना पेट भरने के लिए लोगों से भीख मांगते हैं. इस तरह के भिखारी ग्वालियर के चौराहों पर भी आसानी से देखने मिल जाते हैं, लेकिन ग्वालियर के एक पुलिस अधिकारी ने एक ऐसे ही दिव्यांग भिखारी को पकड़ा, तो इस बात का खुलासा हो गया कि दिव्यांग बनकर भीख मांगने वाला भिखारी पूरी तरह तंदुरुस्त है और वह दिव्यांग बनने का नाटक कर रहा है. दरअसल यह पूरा घटनाक्रम बुधवार की शाम को हुआ, जब ग्वालियर के एडिशनल एसपी अमृत मीणा गोले का मंदिर चौराहे से गुजर रहे थे, तभी उनकी नजर एक दिव्यांग भिखारी पर पड़ी. उस भिखारी के साथ एक महिला भी मौजूद थी. हाथ से दिव्यांग भिखारी ट्रैफिक सिग्नल पर लोगों से भीख मांग रहा था. एडिशनल एसपी साहब को उस भिखारी की दिव्यांगता पर थोड़ा संदेह हुआ. जिसके बाद उन्होंने गाड़ी रूकवाई और नीचे उतरकर भिखारी के पास पहुंचे. एडिशनल एसपी अमृत मीणा ने भिखारी से अपना दिव्यांग हाथ खोलकर दिखाने के लिए कहा. यह सुनकर उसके साथ मौजूद महिला ने पुलिसकर्मियों को ऐसा करने से रोकने की मिन्नतें भी की, लेकिन एडिशनल एसपी ने महिला की एक नहीं सुनी. जब दिव्यांग भिखारी के हाथ को खोला गया तो पुलिस वाले हैरान रह गए, क्योंकि जिस हाथ को दिव्यांग दिखाई जा रहा था, असल में वह पूरी तरह सही सलामत हाथ था और लोगों की सिंपैथी बटोरने के लिए वह व्यक्ति एक हाथ से दिव्यांग बनकर ट्रैफिक सिग्नल पर भीख मांगता था. अपनी पोल खोलते ही दोनों पुलिसकर्मियों के सामने माफी मांगने लगे. इसके बाद एडिशनल एसपी अमृत मीणा ने दोनों को समझाईश देकर जाने दिया. एडिशनल एसपी अमृत मीणा ने लोगों से अपील की है कि इस तरह के फर्जी लोगों से बचें और ऐसे लोगों को भिक्षावृत्ति के रूप में बढ़ावा ना दें. एडिशनल एसपी ने बताया कि शहर के चौराहों पर इस तरीके के लोग नजर आ जाते हैं, लेकिन ऐसे लोगों से बचने की जरूरत है.