मनमोहक हो गया है चंबल का बीहड़, पर्यटक हो रहे आकर्षित
शाइनिंग एमपी
Morena news: एक जमाना था जब चंबल का बीहड़ लोगों को डराता था। बीहड़ों का नाम सुनते ही लोग कांप जाते थे क्योंकि इन बीहड़ों में डकैत डेरा डाले रहते थे। बीहड़ों में रहने वाले डकैत अपहरण, लूट, डकैती, हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देते थे। लोग बीहड़ों के नाम से ही खौफ खाते थे लेकिन अब यही भयानक बीहड़ लोगों को मनमोहक लगने लगे हैं और अब लोग इन बीहड़ों के सौंदर्य का लुत्फ उठाने के लिए चंबल नदी के घाट पहुंचने लगे हैं।
हम बात कर रहे हैं मुरैना जिले के भर्रा घाट की, जहां जिला प्रशासन ने पर्यटकों के लिए बीहड़ सफारी की शुरुआत की है। बीहड़ सफारी के माध्यम से जिला प्रशासन जिले के पर्यटन को बढ़ावा देना चाहता है इसलिए झुंडपुरा से कुछ ही किलोमीटर दूरी पर स्थित कढ़ावना गांव के पास चंबल नदी के भर्रा घाट को अब पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
भर्रा घाट पर बीहड़ के सौंदर्य का आनंद लेने के लिए पर्यटक पहुंचना शुरू हो गए हैं। बीहड़ के दुर्गम रास्ते से होते हुए गाड़ियों में सवार होकर पर्यटक भर्रा घाट पहुंचते हैं।
यहां पर्यटकों को लुभाने के लिए घुड़सवारी और ऊंट गाड़ी का इंतजाम किया गया है। इसके साथ ही पर्यटकों को बीहड़ी माहौल का एहसास दिलाने के लिए स्थानीय ग्रामीणों को डकैतों की वेशभूषा पहनाकर चंबल किनारे घाट पर घुमाया जाता है। चंबल नदी में डॉल्फिन, घड़ियाल और मगरमच्छ देखने का आनंद भी पर्यटक उठा रहे हैं।
भर्रा घाट पर पहुंचने वाली पर्यटकों की मानें तो उन्हें भर्रा घाट पर गोवा बीच जैसी फीलिंग आ रही है। भर्रा घाट के सौंदर्य और जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं को देखकर पर्यटक अब इस स्थान के लिए आकर्षित हो रहे हैं।