बीजेपी के इस विधायक ने सिंधिया पर निशाना साधकर पार्टी से दे दिया इस्तीफा
वीरेंद्र राठौर
Shivpuri news बीजेपी के विधायक ने अपनी ही पार्टी से इस्तीफा देकर सनसनी मचा दी है. इस विधायक ने न केवल अपनी ही सरकार को भ्रष्टाचार के मामले में घेरा है बल्कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी आड़े हाथों लिया है. यह विधायक कोई और नहीं बल्कि बीजेपी के कोलारस से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी हैं जिन्होंने अपनी पीड़ा लिखते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. विधायक वीरेंद्र रघुवंशी ने अपने इस्तीफा में लिखा है कि वह साल 2014 एवं साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का काम करते रहे और बीजेपी ने सफलता पाई लेकिन कोलारस विधानसभा में ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों की पोस्टिंग कर दी गई है जो विकास कार्य में रुकावटें उत्पन्न कर रहे हैं और मेरे कार्यकर्ताओं को परेशान भी कर रहे हैं. वीरेंद्र रघुवंशी ने सिंधिया पर निशाना साधते हुए लिखा है कि सिंधिया जी ने यह कहकर कांग्रेस की सरकार गिराई थी कि किसानों का 2 लाख का कर्ज माफ नहीं किया जा रहा पर बीजेपी की सरकार बनने के बाद सिंधिया ने किसान कर्ज माफी करना तो दूर की बात कर्ज माफी की बात तक नहीं की. इसके साथ ही वीरेंद्र रघुवंशी ने अपने इस्तीफे में लिखा है कि सरकार के मंत्री एवं प्रशासन के अधिकारी भ्रष्टाचार में डूब गए हैं शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री ने स्वयं मेरी विधानसभा क्षेत्र में रिश्वत मांगने के मामले में कहा कि मंदिर में भी प्रसाद चढ़ाते हैं यह उसी तरह का नेग है और नेग तो देना पड़ेगा. भ्रष्टाचार से प्रदेश को शर्मसार किया है, प्रशासन निरंकुश हो गया है और बीजेपी के कार्यकर्ताओं और नेताओं की कोई सुनवाई नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने अपने द्वारा लिखे गए इस्तीफा के पत्र में लिखा है कि मेरे जैसे पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नवागत भाजपाई करते रहे हैं और यह सब आज तक हमारे साथ सिर्फ इसलिए होता रहा क्योंकि हमने पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ पार्टी के लिए काम किया. इसके साथी वीरेंद्र रघुवंशी ने और भी गंभीर आरोप अपने इस्तीफा में लगाए हैं और उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के नाम इस्तीफा लिख दिया है. भाजपा विधायक द्वारा इस्तीफा का मामला सामने आने पर सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया है.