नाबालिग से रेप की घटना को पूर्व मंत्री इमरती देवी ने बताया झूठा, कहा-‘लड़की खुद ही पुल से नीचे गिरी है
News desk
Gwalior news: दो लड़कों ने नाबालिक लड़की का अपहरण किया, उसके साथ जोर जबरदस्ती की. लड़की ने विरोध किया तो उसे पुल से नीचे फेंक दिया. लड़की के रीड और दोनों पैरों की हड्डी फ्रैक्चर हो गई. लड़की के बयानों पर पुलिस ने दो आरोपियों पर एफआईआर भी दर्ज कर ली थी, लेकिन इस खौफनाक घटना को अब मध्य प्रदेश की पूर्व मंत्री और सिंधिया की कट्टर समर्थक इमरती देवी झुठीला रही हैं. इमरती देवी ने मीडिया के सामने साफ शब्दों में कह दिया है कि मामला पूरा झूठा पाया गया है और लड़की अपने आप पुल से गिरी है. दरअसल यह घटनाक्रम 29 जनवरी का है, जब सुबह के वक्त कोचिंग जा रही दसवीं की छात्रा को उसकी ही कोचिंग में पढ़ने वाले दो सहपाठी अगवा करके बाइक से सहराई पुल पर ले गए. यहां छात्रा के निजी अंगों के साथ छेड़खानी की गई. छात्रा ने जब विरोध किया तो दोनों लड़कों ने छात्रा को सहराई पुल से नीचे फेंक दिया. इस वजह से छात्रा बेहोश हो गई. राहगीरों ने इसकी सूचना पुलिस और परिजनों को दी, जिसके बाद छात्रा को उपचार के लिए ग्वालियर के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. तीन दिन तक बेहोश रहने के बाद जब छात्रा को होश आया तो उसने आप बीती बताइ. पीड़िता की शिकायत पर से पुलिस ने आरोपी दोनों छात्रों के खिलाफ धारा 376 डी और 307 के तहत एफआईआर भी दर्ज कर ली थी, लेकिन पीड़िता का दर्द शनिवार को उस वक्त और भी अधिक गहरा हो गया होगा, जब उसे मालूम चला होगा कि उसी के इलाके की पूर्व मंत्री इमरती देवी ने इस पूरी घटना को ही झूठ बता दिया है. महिला होने के बावजूद इमरती देवी ने पीड़िता के दर्द को झुठलाते हुए मीडिया के सामने कह दिया है कि लड़की अपने आप ही पुल से गिरी है. इमरती देवी यही नहीं रुकी, उन्होंने यह तक कह दिया कि ग्रामीण में यही चल रहा है, किसी को फसाने के लिए कोई किसी पर भी आरोप लगा देता है. यह बयान उस वक्त सामने आया है, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया भंवरपुरा गैंगरेप कांड पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की बात मीडिया के सामने कह रहे थे. भंवरपुरा गैंगरेप कांड वीभत्स था, तो डबरा का छात्रा के साथ हुआ रेप और पुल से नीचे फेक जाने की घटना भी बहुत खौफनाक है. एक घटना पर सिंधिया इतने गंभीर हैं और दूसरी घटना पर सिंधिया की ही कट्टर समर्थक इमरती देवी इस तरह के बयान दे रही है. खास बात यह है कि पीड़ित लड़की का अभी तक ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा है. पुल से नीचे गिरने की वजह से लड़की की रीड और पैरों की हड्डी में फ्रैक्चर हो गए हैं. इमरती देवी ने नाबालिक बेटी के प्रति सहानुभूति दिखाने की बजाय उसके साथ हुई इस दर्दनाक घटना को ही झूठ बता दिया है. इस बयान से कहीं न कहीं इमरती देवी आरोपी पक्ष के साथ खड़ी नजर आ रही है.