इस जिले में विफल साबित हो रही है मोदी सरकार की ये विशेष योजना, लोग हो रहे परेशान
शाइनिंग एमपी
Modi सरकार द्वारा शुरू की गई जल जीवन मिशन योजना मुरैना जिले में विफल साबित होती नजर आ रही है। मुरैना जिले के कई गांव में अभी तक इस योजना के तहत लोगों को लाभ मिलना शुरू नहीं हो सका है। हालात यह हैं कि योजना का क्रियान्वयन दिखाने के लिए ग्रामीणों के घरों में कनेक्शन तो दे दिए गए हैं लेकिन घरों में लगे नलों में एक बार भी अभी तक पानी नहीं आया है। ऐसे ही कुछ गांव का जायजा हमारी टीम ने लिया। मुरैना जिले के करुआ समेत अन्य गांव में जब हमारे रिपोर्टर ने जाकर देखा कि वहां की जमीनी हकीकत क्या है तो सरकार के दावों की पोल खोल कर सामने आ गई। गांव में जल जीवन मिशन के तहत नल कनेक्शन दे दिए गए हैं लेकिन इन नलों में पानी भेजने के लिए अभी तक कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। घर के अंदर लगे हुए नल घर के लोगों को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे हैं क्योंकि अंदर नल लगा है और लोगों को पानी के लिए हैंडपंप या अन्य जल स्रोतों पर निर्भर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब से नल की फिटिंग घर में हुई है तब से एक बार भी नलों में पानी नहीं आया है। अगस्त 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जल जीवन मिशन योजना की शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत साल 2024 तक देश के प्रत्येक गांव में स्थित प्रत्येक घर में नल के माध्यम से स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना था लेकिन यह योजना चंबल के मुरैना जिले में दम तोड़ती नजर आ रही है। इस योजना के माध्यम से अभी तक कई गांव के ग्रामीण को स्वच्छ पेयजल घर के अंदर नल के माध्यम से नसीब नहीं हो सका है। हालांकि इस मामले में प्रशासनिक अधिकारियों का तर्क है कि अभी कार्य लगातार जारी है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि 2 विभाग इस योजना पर काम कर रहे हैं जल निगम और पीएचई विभाग लगातार ग्रामीण इलाकों में पहुंचकर जल जीवन मिशन योजना के तहत कार्य कर रहे हैं। एक बार योजना पूरी हो जाने पर इसका जिम्मा स्थानीय ग्राम पंचायत को दे दिया जाता है फिर इस योजना को सुचारू रूप से चलाए रखने के लिए ग्राम पंचायत ही जिम्मेदार होती है लेकिन अभी तक तो योजना पूरी को भी नहीं सकी है तो भला ग्राम पंचायत इसमें कर भी क्या सकती है। कुल मिलाकर यह योजना लोगों को मुंह चिढ़ाती नजर आ रही और लोग का घर के अंदर नलों से पानी आने के सपना सपना ही बनकर रह गया है।