रिटायर्ड फौजी ने कर दिया रिश्वतखोरी का बड़ा भंडाफोड़
शाइनिंग एमपी
Gwalior नगर निगम में भवन निर्माण की अनुमति के लिए रिश्वत लिए जाने का खेल सामने आया है। एक भूतपूर्व सैनिक ने इस रिश्वतखोरी का भंडाफोड़ किया है और रिश्वत लेते हुए नगर निगम के एक आउटसोर्स कर्मचारी को लोकायुक्त की टीम ने पकड़ा है। दरअसल भूतपूर्व सैनिक राकेश सिंह सिकरवार का एक प्लॉट दीनदयाल नगर में स्थित है। इसी प्लॉट पर मकान बनाने के लिए राकेश सिंह द्वारा ऑनलाइन आवेदन करके नगर निगम से अनुमति चाही गई थी। राकेश सिंह की बातचीत जोनल ऑफिसर उत्पल सिंह से हुई। उत्पल सिंह ने भवन निर्माण की अनुमति देने के बदले में ₹30000 की रिश्वत मांगी। राकेश सिंह का आरोप है कि ₹30000 की रिश्वत मांगने के बाद राकेश सिंह और उत्पल सिंह के बीच ₹15000 की रिश्वत पर सहमति बन गई। राकेश सिंह ने ₹5000 रिश्वत पहले ही दे दी और इसके बाद ग्वालियर लोकायुक्त में जाकर इस बात की शिकायत की। जिसके बाद ग्वालियर लोकायत की टीम ने योजना बनाई और राकेश सिंह को रिश्वत के ₹10000 लेकर भेजा। मंगलवार को राकेश सिंह गोले के मंदिर चौराहे पर रिश्वत के पैसे लेकर पहुंचे। यहां बातचीत होने के बाद जोनल ऑफिसर उत्पल सिंह ने नगर निगम की आउटसोर्स कर्मचारी विवेक सिंह को रिश्वत के पैसे लेने के लिए भेजा। राकेश ने जैसे ही विवेक को रिश्वत के पैसे दिए तभी लोकायुक्त की टीम ने विवेक को पकड़ लिया। लोकायुक्त की टीम की कार्रवाई जारी है।