सीएम के कार्यक्रम में पहुंच जाएंगे शिक्षक तो स्कूल में बच्चों को पढ़ाएगा कौन?
विपिन भारद्वाज
Cm visit: 11 अगस्त को भिंड के लहार विधानसभा में सीएम शिवराज सिंह चौहान का कार्यक्रम है. इस कार्यक्रम के लिए जिला प्रशासन द्वारा जोर-शोर से तैयारियां की जा रही है. इसी बीच इस कार्यक्रम की वजह से उन अभिभावकों ने भी जिला प्रशासन और सरकार से सवाल पूछना शुरू कर दिया है जिनके बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रहे हैं. अभिभावकों ने पूछा है कि अगर सभी शिक्षक सीएम के कार्यक्रम में पहुंच जाएंगे तो बच्चों को कौन पढ़ाएगा. दरअसल यह पूरा मामला ब्लॉक एजुकेशन ऑफीसर लहार द्वारा जारी किए गए एक पत्र की वजह से शुरू हुआ है. लहार में पदस्थ ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर रविंद्र सिंह ने एक पत्र जारी किया है. इस पत्र में लिखा है कि लहार ब्लॉक के शिक्षक और कर्मचारियों की सीएम के कार्यक्रम में उपस्थिति अनिवार्य है. यह पत्र जब शिक्षकों के पास पहुंचा तो शिक्षकों ने इस पत्र के बारे में कहा है कि जब शिक्षक सीएम के कार्यक्रम में पहुंच जाएंगे तो स्कूल में शिक्षण कार्य कैसे हो सकेगा इससे अच्छा होता कि विभाग द्वारा स्कूल में 11 अगस्त को शिक्षण कार्य पूरी तरह बंद रखा जाता. इस मामले में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने जिला प्रशासन और सरकार से सवाल पूछा है कि जब शिक्षक सीएम के कार्यक्रम में पहुंच जाएंगे तो भला स्कूल में उनके बच्चों को कौन पर पढ़ाएगा. क्या यह उचित है कि शिक्षण कार्य को बाधित करते हुए सरकारी शिक्षकों को सीएम के कार्यक्रम में बुलाया जाए? अभिभावकों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बच्चों की पढ़ाई को बाधित करने की बजाय निर्बाध रूप से पढ़ाई जारी रखने के लिए शिक्षा विभाग को वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए. हालांकि इस मामले में जब ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर रविंद्र सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि हमारे द्वारा उनसे इस मामले में सवाल पूछने से उनकी आंखें खुल गई हैं और वे कोशिश करेंगे कि जहां एक ही शिक्षक स्कूल में पदस्थ है वह सीएम के कार्यक्रम में ना आएं जिससे शिक्षण कार्य बाधित ना हो. इसके अलावा उन्होंने ने बताया कि कार्यक्रम में शिक्षा विभाग की तरफ से स्टॉल लगाया जाएगा इसलिए वहां तकरीबन 30 शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई गई है.