पूर्व मंत्री राकेश चौधरी के बेटे भरत चौधरी ने किया शक्ति प्रदर्शन, जानिए इसके पीछे की वजह
विपिन भारद्वाज
Patwari exam scam: मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री राकेश चौधरी के बेटे भरत चौधरी ने पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले पर भिंड शहर में युवाओं के साथ मिलकर बाइक रैली निकाली। तेज बारिश के बीच यह रैली कलेक्टर कार्यालय पर पहुंची और रैली के बाद भरत चौधरी के नेतृत्व में भिंड एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। दरअसल पूर्व मंत्री राकेश चौधरी के बेटे भरत चौधरी ने भिंड विधानसभा में अपनी सक्रियता दिखाना शुरू कर दी है। चुनावी साल में अचानक से भरत चौधरी को घोटाले याद आने लगे हैं। पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले को लेकर भरत चौधरी ने शनिवार को शहर के युवाओं के साथ एक बाइक रैली निकाली। इस बाइक रैली के माध्यम से भरत चौधरी ने वर्तमान की शिवराज सरकार को घेरने का प्रयास किया। खंडा रोड से शुरू हुई रैली तेज बारिश के बीच अपना सफर तय करते हुए कलेक्टर कार्यालय पर पहुंची और यहां भिंड एसडीएम को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया। रैली के बाद भरत चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भिंड और चंबल का नाम घोटालों की वजह से कलंकित हो रहा है इसलिए शिवराज सिंह चौहान को इस कलंक को धोने के लिए इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके साथ ही भरत चौधरी ने युवाओं के साथ मिलकर ज्ञापन के माध्यम से पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले की सीबीआई जांच कराने की मांग भी की है। इससे पहले भरत चौधरी ने युवाओं को आह्वान करते हुए एक वीडियो संदेश भी जारी किया था। भरत चौधरी के वीडियो संदेश से पहले राकेश चौधरी द्वारा भी पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले को लेकर एक वीडियो संदेश जारी किया गया था। पिता-पुत्र मिलकर पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले को लेकर सरकार को घेरने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ समय पहले की बात करें तो पूर्व मंत्री राकेश चौधरी बीजेपी की तरफ से ही भिंड विधानसभा से टिकट लेकर चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें जीत हासिल नहीं हो सकी। चलती विधानसभा में राकेश चौधरी का अलग रूप देखने को मिला जिसे देखकर सभी हैरान थे। इसके बाद राकेश चौधरी बीजेपी में शामिल हो गए थे और सीएम शिवराज सिंह चौहान के गले भी मिले। समय बीतता गया और राकेश चौधरी बीजेपी के साथ चलते रहे लेकिन 2018 के चुनाव में बीजेपी पार्टी का टिकट मिलने के बावजूद राकेश चौधरी को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद राकेश चौधरी का बीजेपी से मोहभंग हो गया और उन्होंने वापस कांग्रेस में अपनी वापसी की। मेहगांव में उप चुनाव के समय राकेश चौधरी का नाम कांग्रेस की तरफ से लगभग तय माना जा रहा था लेकिन कांग्रेस ने उनके स्थान पर हेमंत कटारे को अपना उम्मीदवार बनाया। इस चुनाव में हेमंत कटारे की हार हुई। इसके बाद से राकेश चौधरी की कोई बहुत ज्यादा सक्रियता मैदान में उतरकर नहीं देखी गई। इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है ऐसे में एक बार फिर से भिंड विधानसभा सीट से कांग्रेस को कोई दमदार प्रत्याशी नजर नहीं आ रहा है इसलिए अब कांग्रेस की नजर राकेश चौधरी पर टिकी हुई है। चुनावी साल में अचानक से उनके बेटे भरत चौधरी भिंड विधानसभा में सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने पटवारी भर्ती परीक्षा घोटाले को लेकर हल्ला बोल दिया है। चुनावी साल में भरत चौधरी द्वारा किए गए इस प्रदर्शन को भरत चौधरी के शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है जिसका असर आगामी विधानसभा में देखने को मिल सकता है।