“मामा है ना भाई है, शिवराज सिंह कसाई है” का नारा लगाने वाली आशा कार्यकर्ताओं पर हो गई कार्रवाई
शाइनिंग एमपी
Gwalior news: ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ के दौरान सीएम के बारे में नारेबाजी करने वाली आशा कार्यकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई कर दी गई है। आशा कार्यकर्ताओं पर चक्का जाम करने का आरोप लगाया गया है और इसके तहत उन पर एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है।
मेला मैदान में आयोजित किया गया था अंबेडकर महाकुंभ।
रविवार को मेला मैदान में अंबेडकर महाकुंभ का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में आशा कार्यकर्ताएं भी कार्यक्रम स्थल पर पहुंची थी और यहां पर आशा कार्यकर्ताएं सीएम शिवराज सिंह चौहान से मिलने की जिद पर अड़ गईं।
सीएम के खिलाफ की जमकर नारेबाजी।
आशा कार्यकर्ता काफी उग्र नजर आईं। उनकी पुलिस से काफी जद्दोजहद भी हुई। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं ने सीएम के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए। आशा कार्यकर्ताओं ने नारे लगाते हुए कहा “मामा है ना भाई है, शिवराज सिंह कसाई है”। काफी जोर जोर से आशा कार्यकर्ताओं द्वारा यह नारे लगाए गए। आशा कार्यकर्ताओं का आक्रोश देख कर एक बार के लिए पुलिस के हाथ पैर भी फूल गए।
सीएम ने गाड़ी से उतर कर आशा कार्यकर्ताओं का लिया था ज्ञापन।
आशा कार्यकर्ताएं जब हंगामा कर रही थीं तो सीएम शिवराज सिंह चौहान का काफिला भी वहां से गुजरा। आशा कार्यकर्ताओं को देखकर सीएम शिवराज सिंह चौहान अपनी कार से उतरे और उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं के हाथ से उनका ज्ञापन लिया और वापस कार में बैठकर वहां से रवाना हो गए।
गोला का मंदिर थाने में 8 आशा कार्यकर्ताओं पर हो गई एफ आई आर दर्ज।
इस हंगामे की वजह से काफी समय तक यातायात बाधित रहा। इसी वजह से गोला का मंदिर थाने में 8 आशा कार्यकर्ताओं पर एफआईआर दर्ज कर दी गई। धारा 341 और 147 के तहत यह एफआईआर दर्ज की गई।